Tue, 25 Nov 2025 12:46:00 - By : Palak Yadav
वृंदावन के निधिवन में विहार पंचमी के अवसर पर मंगलवार सुबह भक्तिभाव से भरा दृश्य देखने को मिला। ठाकुर बांके बिहारी के प्राकट्य स्थल पर महाअभिषेक का आयोजन किया गया जिसमें सेवायतों ने वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच ठाकुर जी का पारम्परिक अभिषेक किया। पूरे परिसर में लगातार बधाई और जयकारों की गूंज फैल गई और श्रद्धालु दूर दूर से इस पावन क्षण के साक्षी बनने पहुंचे। माहौल ऐसा था जैसे पूरा निधिवन भक्ति रस में डूब गया हो और हर तरफ एक अलग ही उत्साह दिखाई दे रहा था।
सुबह से ही सेवायतों ने अभिषेक की तैयारी शुरू कर दी थी। मंत्रोच्चार के साथ करीब एक घंटे तक महाअभिषेक जारी रहा और इस दौरान श्रद्धालुओं की संख्या धीरे धीरे बढ़ती गई। जैसे जैसे अभिषेक आगे बढ़ा वातावरण और भी अधिक आध्यात्मिक होता गया। भक्तों ने अपने मन की श्रद्धा के साथ दर्शन किए और पूरे परिसर में बधाई हो बधाई हो की आवाजें लगातार गूंजती रहीं। यह आयोजन हर वर्ष विहार पंचमी पर इसी पवित्र स्थल पर किया जाता है और इसे लेकर लोगों में विशेष भावनात्मक जुड़ाव रहता है।
उधर शोभायात्रा की तैयारियां भी सुबह से ही शुरू हो गई थीं। बैंड बाजा, ढोल, नगाड़े और डमरू की धुन पर भक्तों के कदम थिरकने लगे और बड़ी संख्या में लोग शोभायात्रा के लिए जमा होने लगे। इस वर्ष की शोभायात्रा में भक्तों की भीड़ पहले से अधिक होने की उम्मीद है क्योंकि बरसों से चली आ रही परंपरा के अनुसार स्वामी हरिदास जी चांदी के रथ पर विराजमान होकर निधिवन से बांके बिहारी मंदिर की ओर प्रस्थान करेंगे। यह यात्रा भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि इसी दौरान ठाकुर बांके बिहारी को प्रकाट्य उत्सव की बधाई अर्पित की जाती है।
दोपहर के समय स्वामी हरिदास जी का रथ बांके बिहारी मंदिर पहुंचेगा जहां ठाकुर जी को पारम्परिक विधि से विहार पंचमी की बधाई दी जाएगी। मंदिर परिसर में भी सभी तैयारियां पहले से कर ली गई हैं और वहां भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। स्थानीय प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं की हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। विहार पंचमी के इस उत्सव से जुड़ी धार्मिक भावनाएं हर वर्ष लोगों को वृंदावन में आकर्षित करती हैं और यही कारण है कि पूरे शहर में आज एक विशेष उत्साह और भक्ति का वातावरण महसूस किया जा रहा है।