Sat, 09 Aug 2025 15:35:47 - By : Aakash Tiwari (Mridul)
इटावा-मैनपुरी मार्ग पर शनिवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा उस समय चर्चा का विषय बन गया जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने काफिले को बीच रास्ते रोककर घायलों की मदद की। घटना सुबह करीब 10 बजे की है, जब अखिलेश यादव 50-60 गाड़ियों के काफिले के साथ सैफई से इटावा की ओर रवाना थे। रास्ते में तिराहे के पास उन्होंने सड़क पर खून से लथपथ एक पति, पत्नी और उनकी नाबालिग बेटी को तड़पते देखा। बिना समय गंवाए उन्होंने गाड़ी रुकवाई और मौके पर पहुंचकर घायलों की स्थिति का जायजा लिया। अखिलेश ने तुरंत अपनी फ्लीट में मौजूद वीआईपी एंबुलेंस को बुलाकर तीनों को सैफई मेडिकल कॉलेज भिजवाया, ताकि उनका इलाज तुरंत शुरू हो सके।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसा तब हुआ जब पीड़ित परिवार बाइक से जा रहा था और एक तेज रफ्तार डस्टर कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक सड़क किनारे जा गिरी और तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। डस्टर चालक मौके से भागने की फिराक में था, लेकिन अखिलेश के काफिले में मौजूद लोगों ने उसे गाड़ी समेत पकड़ लिया। इस दौरान सीओ सैफई रामगोपाल शर्मा भी काफिले में मौजूद थे, जिन्हें अखिलेश ने घटना की पूरी जानकारी देकर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा। काफिला रुकने की खबर फैलते ही आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए।
दरअसल, अखिलेश यादव अपने चाचा स्वर्गीय राजपाल यादव के घर रक्षाबंधन कार्यक्रम में शामिल होने इटावा जा रहे थे। राजपाल यादव का सात महीने पहले निधन हो गया था, और इस मौके पर पूरा यादव परिवार फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित उनके घर पर एकत्रित हो रहा था। अखिलेश शुक्रवार शाम लखनऊ से सैफई पहुंचे थे, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, एक खिलाड़ी को सम्मानित किया और महिलाओं से राखी बंधवाई। शनिवार सुबह भाई धर्मेंद्र यादव के साथ रवाना हुए अखिलेश ने रास्ते में इस हादसे को देखा। करीब दस मिनट तक घटनास्थल पर रुककर घायलों की स्थिति की जानकारी लेने और पुलिस को निर्देश देने के बाद ही वे आगे बढ़े।
इटावा पहुंचने पर राजपाल यादव के घर पर परिवार के सदस्य पहले से मौजूद थे, जिनमें डिंपल यादव, सांसद धर्मेंद्र यादव, शिवपाल सिंह यादव, सांसद आदित्य यादव, रामगोपाल यादव, अर्जुन यादव, टीना यादव और अदिति यादव शामिल रहे। पूरे परिवार ने रक्षाबंधन का पर्व आपसी मिलन और स्मृतियों के साथ मनाया, लेकिन सुबह हुई घटना ने माहौल को गंभीर भी कर दिया। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने अखिलेश यादव के त्वरित निर्णय और मदद की सराहना की, वहीं पुलिस ने डस्टर चालक को हिरासत में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है।