Sun, 12 Oct 2025 21:00:01 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए रविवार को भारतीय जनता पार्टी वाराणसी कैंट विधानसभा की ओर से “घटी जीएसटी मिला उपहार, धन्यवाद मोदी सरकार” अभियान के अंतर्गत ‘आत्मनिर्भर भारत संकल्प विधानसभा सम्मेलन’ का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का स्थल महमूरगंज स्थित तुलसी उद्यान रहा, जहां बड़ी संख्या में व्यापारी, चार्टर्ड अकाउंटेंट, अधिवक्ता, उद्योगपति, कारोबारी, भाजपा पदाधिकारी, महिला कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों में की गई ऐतिहासिक कटौती को जन-जन तक पहुंचाना और इसके माध्यम से व्यापारिक वर्ग तथा उपभोक्ताओं को मिली राहत पर चर्चा करना था। साथ ही ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को सशक्त रूप से आगे बढ़ाने के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था नई ऊंचाइयों को छू रही है। उन्होंने कहा कि "आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार होगा जब हम स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग बढ़ाएं, स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन दें और ‘लोकल फॉर वोकल’ के मंत्र को अपनाएं।" उन्होंने जीएसटी में की गई दरों में कमी को व्यापार और उद्योग जगत के लिए बड़ा उपहार बताया, जिससे कारोबारियों को राहत और उपभोक्ताओं को सस्ता बाजार मिला है।
विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार का यह कदम भारत की अर्थव्यवस्था को पारदर्शी और सरल बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने टैक्स व्यवस्था को जनहितैषी और सहज बनाकर छोटे व्यापारियों को भी मजबूती दी है। आज देश का हर नागरिक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दे रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भाजपा प्रदेश मंत्री शंकर गिरी ने कहा कि जीएसटी दरों में कमी का सीधा लाभ न केवल व्यापारियों को बल्कि आम जनता को भी मिला है। उन्होंने कहा कि "जीएसटी में कमी से बाजार में स्थिरता आई है, उपभोक्ताओं को राहत मिली है और व्यापारिक माहौल में पारदर्शिता बढ़ी है।उन्होंने केंद्र सरकार के फैसलों को "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास" के सिद्धांत का मूर्त रूप बताया।
शंकर गिरी ने कहा कि आज विश्व पटल पर भारत आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मोदी सरकार ने छोटे उद्यमियों, स्टार्टअप्स और स्थानीय उद्योगों को जो सहयोग दिया है, वह देश को ‘मेक इन इंडिया’ की भावना से जोड़ता है।
सम्मेलन की अध्यक्षता भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर भारत का असली आधार देश के आम नागरिक और छोटे व्यापारी हैं। उन्होंने कहा, "जब हम स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग बढ़ाएंगे, तभी स्थानीय उद्योग फले-फूलेंगे और भारत को आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी।" उन्होंने जनता से आग्रह किया कि ‘लोकल फॉर वोकल’ अभियान को जन आंदोलन के रूप में अपनाएं, जिससे हर क्षेत्र में भारत की पहचान अपने उत्पादों से बने।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि ओंकार नाथ केसरी, उद्योगपति आर.के. चौधरी, चार्टर्ड अकाउंटेंट द्विजेन्द्र कुमार सिंह, अधिवक्ता जफर अली सहित अनेक गणमान्य वक्ताओं ने भी विचार रखे। सभी ने एक स्वर में कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी सरकार ने व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को राहत देने के लिए जीएसटी दरों में इतनी व्यापक कमी की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की पारदर्शी नीतियों और जनहितकारी फैसलों के कारण आज बाजार में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, व्यापारिक विश्वास बढ़ा है और उपभोक्ताओं को प्रत्यक्ष लाभ मिला है।
सम्मेलन का कुशल संचालन भाजपा महानगर महामंत्री अशोक पटेल ने किया। कार्यक्रम के समापन पर महानगर उपाध्यक्ष अशोक कुमार जाटव ने सभी अतिथियों, वक्ताओं और उपस्थित नागरिकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया।
कार्यक्रम के अंत में सभागार “घटी जीएसटी मिला उपहार, धन्यवाद मोदी सरकार” के नारों से गूंज उठा। कार्यकर्ताओं, व्यापारियों और नागरिकों ने एक साथ भारत माता की जय और मोदी सरकार के समर्थन में नारे लगाए। पूरे कार्यक्रम का माहौल उत्साह, एकता और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से ओतप्रोत रहा।
कार्यक्रम में राहुल सिंह, रचना अग्रवाल, मधुप सिंह, अनुपम गुप्ता, किशन कन्नौजिया, राजेश कुशवाहा, सोमनाथ यादव, अनुराग शर्मा, जितेंद्र पटेल, सौरभ सिंह ‘मुन्ना’, राम गोपाल वर्मा, अमित सिंह ‘चिंटू’, मदन मोहन तिवारी, सिंधु सोनकर, पुन्नू लाल बिंद, नवनीत पांडेय ‘अतुल’, शिव नारायण वर्मा, भरत जायसवाल, कुशाग्र श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में व्यापारी, बुद्धिजीवी और नागरिक मौजूद रहे।