Sat, 06 Dec 2025 15:10:36 - By : Palak Yadav
सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल पिछले पांच दिनों से गंभीर तकनीकी समस्या से जूझ रही है जिसके चलते सिम कार्ड की बिक्री और मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की प्रक्रिया पूरी तरह ठप हो गई है। उपभोक्ताओं का डेटा संचार आधार सॉफ्टवेयर पर अपलोड न हो पाने के कारण नए सिम जारी नहीं किए जा रहे और न ही दूसरी कंपनियों से नंबर पोर्ट कराने की सुविधा उपलब्ध है। इस स्थिति का असर सीधे उपभोक्ताओं, फ्रैंचाइजी और विभागीय कर्मचारियों पर पड़ा है जिन्हें रोजाना बड़ी संख्या में शिकायतों और नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
बीएसएनएल कार्यालयों और अधिकृत फ्रैंचाइजी के माध्यम से नए सिम कार्ड की बिक्री की जाती है और प्रत्येक बिक्री पर फ्रैंचाइजी को कमीशन मिलता है। अयोध्या परिमंडल के अयोध्या और अंबेडकरनगर जिलों में लगभग दो सौ फ्रैंचाइजी सक्रिय हैं। इनमें से कई विक्रेताओं ने बताया कि एक दिसंबर से सॉफ्टवेयर पर फोटो और पहचान से जुड़ा विवरण अपलोड नहीं हो पा रहा है। संचार आधार नामक इस सॉफ्टवेयर पर नई एंट्री किए बिना न तो नया सिम जारी किया जा सकता है और न ही पुराने नंबर को पोर्ट किया जा सकता है। इस कारण पिछले पांच दिनों में दर्जनों उपभोक्ता नए सिम या पोर्टिंग की सुविधा से वंचित रहे।
जानकारी के अनुसार बीएसएनएल मुख्यालय की ओर से पुराने सॉफ्टवेयर को अपग्रेड कर नया संस्करण लागू किया जा रहा है, लेकिन अपग्रेडेशन प्रक्रिया तकनीकी कारणों से अटक गई है। अधिकारियों ने बताया कि नया सॉफ्टवेयर पूर्ण रूप से सक्रिय नहीं हो पा रहा जिसके कारण उपभोक्ताओं का डेटा दर्ज नहीं हो रहा है। इस वजह से न केवल उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है बल्कि कंपनी और फ्रैंचाइजी दोनों को वित्तीय नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। कई फ्रैंचाइजी ने कहा कि बिक्री बंद होने से उनकी आय पर सीधा असर पड़ा है क्योंकि पूरे परिमंडल में रोजाना सैकड़ों नए सिम और पोर्टिंग का काम होता है।
महाप्रबंधक बीएसएनएल ज्ञानेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि नया सॉफ्टवेयर अपग्रेड कर दिया गया था लेकिन वह अपेक्षित रूप से काम नहीं कर रहा। तकनीकी टीम लगातार समस्या को ठीक करने में जुटी है और उम्मीद है कि शनिवार तक स्थिति सामान्य हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि उपभोक्ताओं को परेशान न होना पड़े इसके लिए जल्द से जल्द डाटा फीडिंग की प्रक्रिया बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस चुनौती ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सरकारी दूरसंचार सेवाओं में तकनीकी सुधार और डिजिटल व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कितनी तैयारी आवश्यक है। उपभोक्ताओं को उम्मीद है कि समस्या जल्द हल होगी और बीएसएनएल अपनी सेवाओं को पहले की तरह बहाल कर पाएगा। फिलहाल फ्रैंचाइजी, कर्मचारी और उपभोक्ता सभी समाधान का इंतजार कर रहे हैं ताकि सिम कार्ड और पोर्टेबिलिटी का काम फिर पटरी पर लौट सके।