Wed, 25 Jun 2025 22:09:04 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: टीम इंडिया के उभरते सितारे और घरेलू क्रिकेट के शानदार बल्लेबाज़ रिंकू सिंह अब शिक्षा विभाग की ज़िम्मेदारी भी निभाते नज़र आएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने रिंकू सिंह को बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) बनाने की तैयारी शुरू कर दी है और इस संबंध में औपचारिक आदेश भी जारी कर दिया गया है। उन्हें यह नियुक्ति "अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली 2022" के तहत दी जा रही है, जो विशेष उपलब्धियों वाले खिलाड़ियों को सरकारी सेवाओं में स्थान देने के उद्देश्य से बनाई गई थी।
रिंकू सिंह की पहचान एक तेजतर्रार फिनिशर के तौर पर भारतीय क्रिकेट टीम में हो चुकी है, और वे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी लगातार शानदार प्रदर्शन से चर्चा में बने रहे हैं। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के मूल निवासी रिंकू सिंह ने सीमित संसाधनों में मेहनत और लगन से अपनी जगह अंतरराष्ट्रीय स्तर तक बनाई है, जिससे वे प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं। अब शिक्षा विभाग के माध्यम से वे बच्चों और युवाओं को न केवल खेल बल्कि शिक्षा में भी बेहतर दिशा देने की भूमिका निभाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग ने उनकी नियुक्ति प्रक्रिया के तहत आवश्यक दस्तावेज़ों का सत्यापन शुरू कर दिया है और पदभार ग्रहण कराने की दिशा में औपचारिक तैयारी तेज कर दी गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, जैसे ही प्रक्रियागत औपचारिकताएं पूर्ण होंगी, रिंकू को उनके कार्यक्षेत्र में भेजा जाएगा। इस नियुक्ति को लेकर खेल और शिक्षा जगत में उत्साह का माहौल है, और विशेषज्ञ इसे सरकार की खेल प्रतिभाओं को सम्मान देने की पहल के रूप में देख रहे हैं।
हाल ही में रिंकू सिंह की निजी जिंदगी भी सुर्खियों में रही। समाजवादी पार्टी की युवा सांसद प्रिया सरोज से उनकी सगाई की खबरें सामने आई थीं। लखनऊ में आयोजित इस समारोह में राजनीति और खेल जगत की कई जानी-मानी हस्तियां मौजूद रहीं। दोनों का विवाह 18 नवंबर को वाराणसी में तय था, लेकिन रिंकू की व्यस्तता के चलते कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। घरेलू क्रिकेट सत्र में व्यस्त होने के कारण वे शादी को कुछ समय के लिए टालना चाहते हैं। परिवार की ओर से कहा गया है कि जल्द ही नई तारीख घोषित की जाएगी।
रिंकू सिंह की यह नई भूमिका जहां शिक्षा क्षेत्र में उनकी सामाजिक भागीदारी को दर्शाती है, वहीं इससे यह संदेश भी जाता है कि देश में खेल प्रतिभाओं को अब केवल मैदान में ही नहीं, बल्कि सामाजिक विकास की दिशा में भी योगदान करने का अवसर मिल रहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी के तौर पर उनकी मौजूदगी से निश्चित ही प्रेरणादायी माहौल बनेगा और युवाओं में शिक्षा तथा खेल दोनों को लेकर नई ऊर्जा का संचार होगा।