Wed, 15 Oct 2025 08:33:46 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
गोरखपुर: बाबा गोरखनाथ की पावन धरती पर आज सेवा, संस्कार और समर्पण का अनुपम संगम देखने को मिलेगा। विश्व हिंदू महासंघ के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष, सुप्रसिद्ध लोकगायक, भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित समाजसेवी डॉ. राकेश श्रीवास्तव द्वारा लोककल्याणार्थ एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। यह आयोजन आज शाम 15 अक्टूबर को सायं 5 बजे से आरंभ होगा, जिसका शुभ स्थल है, मार्कंडेय महादेव मंदिर परिसर, चरनलाल चौक, गोरखपुर।
डॉ. श्रीवास्तव ने इस आयोजन को सेवा और श्रद्धा का पर्व बताया है। उन्होंने नगरवासियों से इस पुण्य कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील करते हुए कहा कि “सेवा ही सच्चा धर्म है, और दूसरों की भलाई के लिए उठाया गया हर कदम ईश्वर की आराधना के समान है।” उनके इस भावपूर्ण संदेश ने गोरखपुर के जनमानस में उत्साह और श्रद्धा की लहर दौड़ा दी है।
भोजपुरी संस्कृति और संगीत जगत में अपनी गूंज छोड़ चुके डॉ. राकेश श्रीवास्तव न केवल एक प्रख्यात गायक हैं, बल्कि समाजसेवा के क्षेत्र में भी उनका योगदान प्रेरणास्रोत है। वर्षों से वे समाज में सद्भाव, संस्कृति और लोककल्याण की भावना को जीवंत करने के लिए समर्पित हैं। उनका यह भव्य भंडारा आयोजन केवल अन्नदान नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों और सेवा-संस्कारों का उत्सव है।
भंडारे की तैयारियां बड़े ही श्रद्धापूर्ण माहौल में पूरी की जा चुकी हैं। स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। आयोजन स्थल पर धार्मिक वातावरण, भजन-कीर्तन और भक्ति की धारा में लोग डूबते नजर आएंगे। अनेक स्वयंसेवक, श्रद्धालु और सामाजिक संगठन इस पवित्र कार्य में अपना योगदान दे रहे हैं।
विश्व हिंदू महासंघ के कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस भंडारे का उद्देश्य केवल लोगों को भोजन कराना नहीं, बल्कि समाज में सेवा और एकता की भावना को प्रबल करना है। आयोजन से प्राप्त प्रेरणा लोगों को यह संदेश देगी कि सच्चा धर्म दूसरों की मदद और कल्याण में निहित है।
डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा कि “भक्ति का अर्थ केवल मंदिरों में दीप जलाना नहीं, बल्कि भूखे को अन्न देना, दुखी को सहारा देना और समाज में प्रेम फैलाना भी उतना ही पवित्र कार्य है।” उनके इस विचार ने स्थानीय लोगों के हृदय को छू लिया है।
आज शाम गोरखपुर के मार्कंडेय महादेव मंदिर परिसर में होने वाला यह भव्य भंडारा न केवल एक धार्मिक आयोजन होगा, बल्कि लोककल्याण, सांस्कृतिक एकता और मानवता की सेवा का अमर प्रतीक बनकर इतिहास में दर्ज हो जाएगा।
गोरखपुर की जनता इस दिव्य अवसर का साक्षी बनने और इस सेवा पर्व का हिस्सा बनने को उत्सुक है। कहा जा सकता है कि यह दिन गोरखपुर के लिए केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को प्रेम, सेवा और संस्कार का संदेश देने वाला एक अविस्मरणीय अध्याय साबित होगा।