Wed, 03 Dec 2025 16:26:27 - By : Shriti Chatterjee
उत्तर प्रदेश में कोडिन युक्त कफ सिरप की बड़े स्तर पर तस्करी के मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल पर कार्रवाई लगातार तेज हो रही है। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय लखनऊ की टीम ने बनारस स्थित उसके प्रहलाद घाट इलाके के मकान पर नोटिस चस्पा किया। मकान बाहर से बंद मिला, जिसके बाद टीम ने औपचारिक प्रक्रिया पूरी करते हुए नोटिस लगाया। ईडी की दूसरी टीम ने सिगरा थाना क्षेत्र के बादशाह बाग स्थित एक अन्य मकान पर भी पहुंचकर नोटिस चस्पा किया। मनी लांड्रिंग की प्राथमिकी दर्ज होने के बाद ईडी ने शुभम और उसके पिता भोला जायसवाल की अरबों की संपत्ति का ब्योरा खंगालना शुरू कर दिया है। टीम उनके माता पिता के अलावा रिश्तेदारों की संपत्तियों की जांच भी कर रही है। यह कार्रवाई ईडी के सहायक निदेशक प्रवीण कुमार के नेतृत्व में की गई।
कफ सिरप तस्करी के इस मामले में आरोपी शुभम जायसवाल की तलाश में कई पुलिस टीमें भी लगी हैं। कमिश्नरेट पुलिस शुभम को भगोड़ा घोषित कराने और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया आगे बढ़ा रही है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि भगोड़ा घोषित कराने के लिए अदालत में आवेदन दिया जा रहा है और जल्द ही इंटरपोल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की तैयारी है। जांच में यह भी सामने आया है कि शैली ट्रेडर्स के संचालक और करीब 100 करोड़ के अवैध कारोबार के आरोपी शुभम की लोकेशन दुबई में मिली है। पुलिस ने बताया कि दुबई से उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और एनडीपीएस एक्ट में वांछित शुभम की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की पांच विशेष टीमें काम कर रही हैं। कमिश्नरेट की एसआईटी के साथ अन्य जांच एजेंसियां भी मामले में लगी हैं।
शुभम जायसवाल और उसके पिता भोला प्रसाद के खिलाफ विभिन्न जिलों में कई मुकदमे दर्ज हैं। सोनभद्र, जौनपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, चंदौली सहित कई जनपदों में प्राथमिकी दर्ज है। सोनभद्र पुलिस ने हाल ही में भोला प्रसाद को कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार वह भी दुबई भागने की फिराक में था। ट्रांजिट रिमांड पर लाकर एसआईटी उससे पूछताछ करेगी। पूछताछ के दौरान भोला ने पुलिस को बताया कि शुभम इस समय दुबई में छिपा हुआ है।
कफ सिरप तस्करी के इस बड़े नेटवर्क की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और प्रवर्तन निदेशालय के साथ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से पूरे नेटवर्क की संपत्तियों और गतिविधियों का विस्तार से पता लगाया जा रहा है। मामले से जुड़े कई स्थानों पर अब भी छापेमारी और दस्तावेज जांच की प्रक्रिया जारी है।