Thu, 18 Sep 2025 14:00:21 - By : Shriti Chatterjee
हरहुआ बिजली उपकेंद्र से बड़ागांव फीडर को जाने वाली लाइन पर पेड़ पौधों और लताओं का घेरा बिजली आपूर्ति को खतरे में डाल रहा है। सेहमलपुर गांव के पास एक खंभे पर यह स्थिति साफ दिखाई देती है, जहां हरी लताएं बिजली के तारों से लिपटी हुई हैं। इससे स्पार्किंग की आशंका बनी रहती है और क्षेत्र में बिजली आपूर्ति किसी भी समय बाधित हो सकती है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि विभाग बार बार शटडाउन लेकर पेड़ों की छंटाई का दावा करता है लेकिन हकीकत अलग है। उनके अनुसार हर बार चार घंटे का शटडाउन घोषित किया जाता है, जिसमें कहा जाता है कि तारों से टकरा रही डालियों को काटा जाएगा, मगर वास्तविकता में न तो नियमित निरीक्षण होता है और न ही प्रभावी कार्यवाही।
ग्रामीणों का आरोप है कि हरहुआ उपकेंद्र सेहमलपुर से केवल एक किलोमीटर दूर है, फिर भी कर्मचारियों की लापरवाही साफ झलकती है। सुभाष यादव, बंसी यादव, विजय यादव और अजय मिश्रा सहित कई लोगों ने बताया कि कई स्थानों पर तारों पर अब भी डालियां लटकी हुई हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के दावों और जमीनी हालात में बड़ा फर्क है।
पिछले सप्ताह ही हरहुआ उपकेंद्र से हरहुआ, साईगांव और मोहनपुर क्षेत्रों के लिए तीन घंटे का शटडाउन घोषित किया गया था। उस समय बताया गया था कि पेड़ों की डालियों की कटाई छंटाई की जाएगी, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। मोहनपुर फीडर की लाइनों पर आज भी नीम की डालियां लटकी हुई दिख रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थिति कभी भी बिजली आपूर्ति में बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है।
इस मामले में हरहुआ फीडर के अवर अभियंता दीपक प्रजापति ने स्वीकार किया कि कुछ जगहों पर छंटाई का काम अभी बाकी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही शेष कार्य पूरा कर लिया जाएगा ताकि बिजली आपूर्ति सुरक्षित और सुचारू रूप से जारी रह सके।