Mon, 24 Nov 2025 16:43:20 - By : Yash Agrawal
जौनपुर के केराकत थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है. यहां एक पिता ने बेटे की चाहत में अपनी 18 माह की बेटी को गोमती नदी में फेंक दिया था. घटना के पांच दिन बाद सोमवार दोपहर करीब दो बजे सैतखानपुर बेलवरिया के पास नदी से बच्ची का शव मिला. शव मिलने के बाद गांव में गम और आक्रोश का माहौल फैल गया.
इस घटना का खुलासा बुधवार सुबह हुआ जब पुलिस को सूचना मिली कि खरगसेनपुर निवासी अशोक विश्वकर्मा ने अपनी बेटी रुतबी को नदी में फेंक दिया है. सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत हरकत में आई और आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया. पुलिस पूछताछ के दौरान रुतबी की मां संजू विश्वकर्मा ने बताया कि बुधवार सुबह करीब सात बजे अशोक रुतबी को घुमाने के बहाने घर से ले गया था. कुछ देर बाद परिवार को संदेह तब हुआ जब गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि उसने अशोक को बच्ची के साथ नदी किनारे देखा था.
संजू ने पुलिस को यह भी बताया कि घर में तीसरी बेटी के जन्म को लेकर पहले से तनाव चल रहा था क्योंकि अशोक को बेटे की चाहत थी. दो बेटियां पहले से थीं और रुतबी सबसे छोटी थी. परिवार में इसी बात को लेकर कई बार विवाद हुआ था. मां का कहना है कि उसने कभी सोचा भी नहीं था कि पति इतनी खतरनाक हरकत कर सकता है.
सूचना के बाद क्षेत्राधिकारी अजीत रजक और कोतवाली प्रभारी दीपेंद्र सिंह टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे. पुलिस ने बच्ची की तलाश के लिए गोताखोरों और नावों की मदद ली. कई दिनों तक नदी के अलग अलग हिस्सों में खोज अभियान चलाया गया, लेकिन सफलता सोमवार को मिली जब सैतखानपुर बेलवरिया के पास बच्ची का शव पानी में मिला. शव की पहचान परिवार ने रुतबी के रूप में की, जिसके बाद पूरे गांव में मातम पसर गया.
रुतबी तीन बहनों में सबसे छोटी थी. उसकी बड़ी बहनें आकांक्षा और शिष्टि तथा मां संजू इस घटना से पूरी तरह टूट गई हैं. घर में मातम का माहौल लगातार बना हुआ है और परिवार की हालत बेहद खराब बताई जा रही है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी पिता के खिलाफ गंभीर धाराओं में कार्रवाई की जा रही है. यह घटना समाज में बेटी और बेटे के प्रति मानसिकता पर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा करती है.