लखीमपुर खीरी में दर्दनाक हादसा, शादी से लौटते पांच लोगों की नदी में डूबने से मौत

लखीमपुर खीरी में शादी से लौट रही ऑल्टो कार अनियंत्रित होकर सोती नदी में गिरी, जिसमें पांच कर्मचारियों की मौत हो गई।

Wed, 26 Nov 2025 11:27:47 - By : Garima Mishra

लखीमपुर खीरी में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। शादी समारोह से लौट रही एक ऑल्टो कार अचानक अनियंत्रित होकर करीब 30 फीट नीचे सोती नदी में गिर गई। कुछ ही मिनटों में कार पूरी तरह पानी में समा गई और उसमें सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सभी मृतक बहराइच जिले के रहने वाले और चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज में कार्यरत कर्मचारी बताए जा रहे हैं। हादसे में केवल कार चालक ही किसी तरह खिड़की तोड़कर बाहर निकल सका।

मंगलवार को घाघरा बैराज पर कार्यरत कर्मचारी सर्वेश की भतीजी की शादी लखीमपुर में थी। शादी समारोह में शामिल होने के लिए बैराज के कर्मचारी ऑल्टो कार से वहां पहुंचे थे। रात करीब साढ़े बारह बजे सभी लोग शादी से लौटते हुए कार में बैठे और बहराइच की ओर रवाना हुए। घटनास्थल पडुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत गजियापुर गांव के पास शारदा नहर के किनारे स्थित सोती साइफन का इलाका है, जहां दुर्घटना हुई।

कार जैसे ही साइफन के पास पहुंची, चालक अचानक संतुलन खो बैठा और गाड़ी नहर की गहराई में गिर गई। पानी का तेज बहाव और गहराई इतनी थी कि कार कुछ ही पलों में पूरी तरह डूब गई। कार के गेट लॉक होने के कारण अंदर बैठे लोगों को बाहर निकलने का कोई मौका नहीं मिला। चालक सूरज उर्फ बब्बू ने अपनी जान बचाने के लिए खिड़की तोड़ी और किसी तरह तैरकर बाहर निकल आया। बाहर निकलते ही उसने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी।

सूचना मिलते ही पढुआ थाना पुलिस रात में ही मौके पर पहुंच गई। अंधेरा होने और नहर के तेज बहाव के कारण कार को बाहर निकालना मुश्किल था, इसलिए भोर होने का इंतजार किया गया। सुबह ग्रामीणों की मदद से कार को खींचकर बाहर निकाला गया और पांचों शवों को बाहर लाया गया। घटना देखकर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। पुलिस ने पंचनामा भरकर सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घायल चालक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।

हादसे में जिन पांच लोगों की मौत हुई, उनमें लालजी, सुरेंद्र सोखा, घनश्याम, खुरचाली और जितेंद्र शामिल हैं। इनमें से चार लोग घाघरा बैराज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे। जितेंद्र रिश्तेदार बताया जा रहा है। सभी मृतक बहराइच के विभिन्न गांवों के रहने वाले थे। हादसे की खबर उनके घरों में पहुंचते ही कोहराम मच गया और परिवार के लोग बदहवास स्थिति में रोते बिलखते रहे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना जताई और जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि घायल व्यक्ति को पूरी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए और प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद की जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि घटनास्थल और राहत कार्यों पर लगातार नजर बनाए रखें।

घटना के बाद स्थानीय लोगों में भी सवाल उठ रहे हैं कि रात के समय नहर के पास सुरक्षा उपाय क्यों नहीं हैं और सड़क के किनारे उचित बैरिकेडिंग न होने के कारण ऐसी दुर्घटनाएं बार बार क्यों होती हैं। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आवश्यकता अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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