वाराणसी: PMO कार्यालय में कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने सुनीं जनता की समस्याएं, त्वरित समाधान के दिए निर्देश

वाराणसी कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने जनसुनवाई में जनता की समस्याएं सुनीं और उनके त्वरित समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

Wed, 12 Nov 2025 19:25:33 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: काशी की पावन धरती पर बुधवार का दिन एक बार फिर जनसेवा की भावना से ओतप्रोत दिखा, जब वाराणसी कैंट विधानसभा के यशस्वी विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संसदीय जनसंपर्क कार्यालय, गुरुधाम, में नियमित रूप से आयोजित जनसुनवाई में लोगों की समस्याएं सुनीं। जनसुनवाई का यह सत्र सुबह 11 बजे से सायं 4 बजे तक सतत रूप से चला, जिसमें क्षेत्रभर से आए नागरिकों ने अपने दुख-दर्द, सामाजिक विवादों, एवं जनसुविधाओं से जुड़ी शिकायतों को विस्तार से रखा।

हर बुधवार की तरह आज की जनसुनवाई भी एक उदाहरण बनी—नेता और जनता के बीच संवाद की वह सजीव परंपरा, जहां संवेदनशीलता और प्रशासनिक तत्परता का अद्भुत संगम देखने को मिला। विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने न केवल धैर्यपूर्वक हर व्यक्ति की बात सुनी, बल्कि तत्काल समाधान के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। उनका यही त्वरित निर्णय और व्यवहारिक दृष्टिकोण जनसंपर्क की इस प्रक्रिया को विशेष बनाता है।

जनसुनवाई के दौरान छोटी पटिया, बजरडीहा निवासी लक्ष्मण ने बताया कि उनके घर के रास्ते को उनके भाइयों द्वारा रोका जा रहा है और उन्हें मारपीट की धमकी दी जा रही है। इस गंभीर शिकायत पर विधायक श्रीवास्तव ने तुरंत थानाध्यक्ष भेलूपुर को आवश्यक कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि “किसी भी नागरिक को भय या दबाव में जीने की अनुमति नहीं दी जा सकती, कानून सबके लिए समान है।”

इसी क्रम में गोलाघाट वार्ड की पार्षद श्रीमती मोनिका यादव ने अपने क्षेत्र में एक पार्क निर्माण की मांग रखी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के बच्चों और बुजुर्गों के लिए एक सार्वजनिक पार्क की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है। इस पर विधायक श्रीवास्तव ने उपजिलाधिकारी (सदर), वाराणसी को जनहित में शीघ्र कार्यवाही करने का निर्देश देते हुए कहा कि “हर वार्ड में जनकल्याण के कार्य प्राथमिकता पर होंगे।”

वहीं लंका स्थित कृष्णा नगर कॉलोनी के निवासी संतोष कुमार यादव ने बताया कि शुभम फाइनेंस कंपनी ने गलत तथ्यों के आधार पर, बिना उन्हें सुनवाई का अवसर दिए ही, घर खाली कराने का आदेश ले लिया है। इस प्रकरण को गंभीर मानते हुए विधायक श्रीवास्तव ने एडीएम (फाइनेंस) को मामले की पूरी जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि “न्याय की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष होनी चाहिए, किसी भी नागरिक के अधिकारों का हनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

जनसुनवाई के दौरान विभिन्न सामाजिक मुद्दों, भूमि विवादों, सड़क, जलनिकासी, बिजली, और सार्वजनिक सुविधाओं से जुड़ी शिकायतें भी सामने आईं। हर शिकायत पर विधायक ने तत्परता दिखाई और मौके पर संबंधित विभागीय अधिकारियों से फोन पर बातचीत कर समाधान की दिशा तय की।

कार्यक्रम के अंत में विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि “जनसुनवाई केवल शिकायत निवारण का मंच नहीं है, बल्कि यह जनता और जनप्रतिनिधि के बीच विश्वास की डोर को मजबूत करने का माध्यम है। जनता की समस्याएं हमारी जिम्मेदारी हैं, और उनका समाधान हमारा संकल्प।”

इस मौके पर विधायक के साथ कुशाग्र श्रीवास्तव एवं ऋतिक मिश्रा भी उपस्थित रहे, जिन्होंने नागरिकों की आवेदन पत्रों की प्रक्रिया में सहयोग किया। जनसुनवाई में जनता का जोश, उम्मीद और विधायक की तत्परता ने यह स्पष्ट कर दिया कि वाराणसी कैंट क्षेत्र में जनप्रतिनिधित्व केवल पद नहीं, बल्कि सेवा का प्रतीक बन चुका है।

जनसुनवाई की इस पहल ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब जनता का हित सर्वोपरि हो, तो संवाद ही सबसे प्रभावी समाधान बन जाता है।
यह दिन वाराणसी के लिए सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि जनसहभागिता और संवेदनशील शासन का एक अविस्मरणीय उदाहरण बन गया।

अयोध्या-वाराणसी हाई स्पीड कॉरिडोर की डीपीआर प्रक्रिया शुरू, यात्रा होगी तेज और धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

उन्नाव दुष्कर्म: सीबीआई ने कुलदीप सेंगर की सजा निलंबन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी

नए साल पर काशी विश्वनाथ में आस्था का सैलाब, दो लाख से अधिक भक्तों ने किए दर्शन

मेरठ: फेसबुक दोस्ती से कोर्ट मैरिज, ससुराल ने ठुकराया, मामला पुलिस पहुंचा

अयोध्या: श्रीरामलला के दर्शन के लिए नववर्ष पर भारी भीड़