Mon, 13 Oct 2025 13:20:19 - By : Garima Mishra
वाराणसी: दीपावली के पहले वाराणसी में स्वदेशी अपनाओ जन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में मुस्लिम महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई और उन्होंने गाय के गोबर से बने दीये, मोमबत्तियां, कंदील, बंधनवार और अन्य स्वदेशी सामान लेकर लोगों को जागरूक किया। व्यापार मंडल ने इस पहल का समर्थन किया और रैली में सहयोग प्रदान किया।
रैली सिगरा इलाके में निकाली गई। इस अवसर पर महिलाओं ने कहा कि दीपावली केवल रोशनी का त्योहार नहीं है बल्कि यह सामाजिक सौहार्द और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक भी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस त्योहार पर स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल करें, ताकि देश के कारीगरों और छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिले और रोजगार के अवसर बढ़ें।
हुमा बानो, जो रैली में सक्रिय रही, ने कहा कि व्यापार मंडल के नेतृत्व में यह रैली आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि यदि हम स्वदेशी को अपनाएंगे तो न केवल हमारे कारीगरों को फायदा होगा बल्कि हमारी संस्कृति और परंपराएं भी मजबूत होंगी। उन्होंने बताया कि उन्होंने गाय के गोबर से दीये और कंदीले बनाई हैं, जो लोगों को अपनी जड़ों और संस्कृति से जोड़ती हैं।
महिला व्यापार मंडल की सदस्य खुर्शीदा बानो ने कहा कि रैली का उद्देश्य लोगों को यह संदेश देना था कि दीपावली पर विदेशी उत्पादों की बजाय देश में बने सामानों का उपयोग किया जाए। रैली में दीये, झालर, कंदीले और रंगोली स्टिकर भी प्रदर्शित किए गए, ताकि लोगों में स्वदेशी अपनाने की भावना और जागरूकता बढ़ सके।
यह पहल न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है बल्कि स्थानीय कारीगरों और व्यवसायों के लिए भी रोजगार और आय के नए अवसर खोलती है। रैली में शामिल महिलाओं ने लोगों से अनुरोध किया कि वे अपने त्योहार को स्नेह, संस्कृति और स्वदेशी उत्पादों के माध्यम से विशेष बनाएं।