जेल में बदले कातिलों का व्यवहार, पढ़ाई और पूजा में जुटे रावण और शनि के भक्त अजय

झंगहा के दो खूंखार अपराधी रामदयाल मौर्या और अजय निषाद का जेल में बदला व्यवहार, दोनों मानसिक स्वास्थ्य देखभाल के बाद सामान्य हो रहे हैं।

Fri, 17 Oct 2025 13:33:06 - By : Shubheksha vatsh

गोरखपुर: झंगहा इलाके में दादा-दादी समेत तीन लोगों की हत्या करने वाले रामदयाल मौर्या और पांच माह में पांच महिलाओं पर जानलेवा हमला कर चुकी अजय निषाद का जेल में व्यवहार पूरी तरह बदल गया है। जेल प्रशासन के अनुसार, दोनों अब सामान्य बंदियों की तरह रह रहे हैं और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के बाद उनका व्यवहार सुधर रहा है।

रामदयाल मौर्या, जिसे जेल में रावण के नाम से जाना जाता है, अब बंदियों के रिकॉर्ड व्यवस्थित कर रहा है और सुबह पूजा-पाठ करता है। जेल में आने-जाने वाले कैदियों का रिकॉर्ड देखता है, बड़ों को आदरपूर्वक पैर छूता है और भगवान राम की पूजा कर अपने पाप का प्रायश्चित कर रहा है। उसने जेल अधीक्षक से रामायण और गीता भी मांगी है ताकि वह अपनी आत्मा को सुधार सके। मनोचिकित्सक की देखरेख में उसकी मानसिक स्थिति सामान्य होने लगी है।

वहीं, अजय निषाद, जिसे झंगहा इलाके में पांच महिलाओं पर हमले और एक हत्या का आरोपी माना गया है, अब जेल में सामान्य बंदी की तरह रहता है। जेल में भी उसकी नींद अक्सर नहीं आती और वह काली शर्ट पहनना पसंद करता है। अजय ने बताया कि वह शनिदेव का भक्त है और काले वस्त्र पहनने का कारण यही है। भागने में आसानी के लिए वह नंगे पांव वारदात करता था और अब भी परिजनों से काले कपड़े ही लाने की मांग करता है।

नवंबर 2024 में अजय को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने बताया कि वर्ष 2022 में उसकी महिला मित्र ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था, जिसके बाद वह जेल गया। इसके बाद उसने झंगहा के सहसड़ाव गांव में 30 जुलाई को पहली बार एक महिला पर जानलेवा हमला किया और सूरत में पेंट पॉलिश का काम भी करता था।

जेल प्रशासन ने बताया कि दोनों कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य की नियमित जांच की जाती है और जरूरत पड़ने पर इलाज कराया जाता है। मनोचिकित्सक के इलाज के बाद रामदयाल और अजय का व्यवहार बदल गया है और वे अब जेल में शांति और अनुशासन के साथ समय बिता रहे हैं।

जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय ने कहा कि दोनों का सुधारना प्रशासन और मनोचिकित्सक की देखरेख में संभव हुआ है और यह जेल में बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल का एक उदाहरण है।

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