Wed, 12 Nov 2025 11:26:08 - By : Shriti Chatterjee
नई दिल्ली में सोमवार (10 नवंबर 2025) शाम को रेड फोर्ट के पास हुए कार विस्फोट में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, विस्फोट में शामिल वाहन में एक डॉक्टर, जो पुलवामा का रहने वाला था, अकेला सवार था। जांच में यह संकेत मिला है कि बम समय से पहले फटा, क्योंकि आरोपी पर पुलिस छापों और दबाव के कारण जल्दी करने का असर था।
लाल क़िला मेट्रो स्टेशन को सुरक्षा कारणों से बुधवार (12 नवंबर) को बंद रखा जाएगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि इसके अलावा अन्य मेट्रो स्टेशन सामान्य रूप से संचालित होंगे। आसपास के बाजार और यातायात प्रभावित हुए हैं, जिससे व्यापारियों को नुकसान का सामना करना पड़ा।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार (11 नवंबर) को एक महिला डॉक्टर, शाहीन सईद (40) को गिरफ्तार किया। वह इस मामले में आठवीं गिरफ्तारी हैं। इससे पहले भी कम से कम दो डॉक्टर और अन्य सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि लगभग 20 अन्य से पूछताछ जारी है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि रेड फोर्ट विस्फोट से पहले जम्मू और कश्मीर में 20 दिन की छानबीन की गई थी, जो दो आतंकवादी संगठनों, जैश-ए-मोहम्मद और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद, से जुड़े थे।
फरिदाबाद के धौज गांव में स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी की 76 एकड़ की कैम्पस भी अब जांच के दायरे में है। तीन डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि कुछ शिक्षित व्यक्ति पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी नेटवर्क के आदेश पर काम कर रहे थे। यूनिवर्सिटी का मेडिकल कॉलेज भी इस परिसर का हिस्सा है और अधिकारियों का मानना है कि शिक्षण संस्थान आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन सकता है।
जांच एजेंसियां डॉक्टर उमर नबी के परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ कर रही हैं। सुरक्षा बलों का मानना है कि पुलवामा निवासी डॉक्टर उमर नबी ही विस्फोट से पहले कार चला रहे थे। दिल्ली पुलिस ने राजधानी के सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं पर सघन जांच अभियान शुरू किया है। भीड़-भाड़ वाले स्थानों, मॉल, पर्यटन स्थलों और धार्मिक स्थलों पर विशेष सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस हमले की निंदा की गई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया और मामले की पूरी तरह जांच की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस गंभीर सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर, पुलिस ने आम जनता से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की तुरंत सूचना देने की अपील की है। विस्फोट और आतंकवादी घटनाओं के प्रति निगरानी और जांच में एनआईए की भूमिका इस मामले की गम्भीरता को दर्शाती है।