Wed, 12 Nov 2025 16:09:47 - By : Palak Yadav
उत्तर प्रदेश में 2026 की बोर्ड परीक्षा के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस बार भी स्कूलों को मेरिट के आधार पर परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने स्पष्ट किया है कि इससे योग्य और बेहतर सुविधाओं वाले स्कूलों को प्राथमिकता मिलेगी और परीक्षा संचालन में पारदर्शिता बनी रहेगी।
माध्यमिक शिक्षा परिषद की तैयारी के अनुसार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं 18 फरवरी 2026 से आयोजित होंगी। इसके लिए स्कूलों का स्थलीय सत्यापन किया जा रहा है और तहसील स्तर की समितियां आवश्यक सूचनाएं परिषद की वेबसाइट पर 17 नवंबर तक अपलोड करेंगी। परीक्षा केंद्रों के चयन में स्कूलों की आधारभूत सुविधाओं, बोर्ड स्तर और छात्र प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा। इस बार भी विद्यालयों की मेरिट सूची बनाई जाएगी, जिसमें अव्वल स्थान वाले स्कूलों को वरीयता मिलेगी। जिला और प्रदेश स्तर पर टॉप-10 में शामिल छात्रों वाले स्कूलों को अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे।
जनपद में कुल 248 माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। इनमें 28 राजकीय, 34 सहायता प्राप्त और 186 वित्त विहीन स्कूल शामिल हैं। सचिव ने गाइडलाइन जारी करते हुए आधारभूत सुविधाओं के अलग-अलग अंक तय किए हैं। इंटरमीडिएट स्तर के स्कूल को 20 अंक, हाईस्कूल स्तर के विद्यालय को 10 अंक, राजकीय माध्यमिक स्कूल को 50 अंक, अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूल को 40 अंक और स्ववित्त पोषित स्कूल को 20 अंक दिए जाएंगे। बीते तीन परीक्षाओं में कोई स्कूल ब्लैकलिस्टेड नहीं हुआ है।
इस बार परीक्षा में कुल 63,111 छात्र और छात्राएं शामिल होंगे। हाईस्कूल में 15,821 छात्र और 15,864 छात्राएं पंजीकृत हैं, जबकि इंटरमीडिएट में 16,777 छात्र और 14,647 छात्राएं शामिल होंगी। पिछली बार पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 59,997 थी। इस आधार पर इस बार करीब तीन हजार से अधिक परीक्षार्थी बढ़े हैं। वर्ष 2025 की परीक्षा में कुल 82 केंद्र बनाए गए थे।
परीक्षा की तैयारी को लेकर परिषद ने सख्ती बरती है। ऐसे शिक्षक और कर्मचारी जिनका विवरण कॉलेज की आईडी पर दर्ज नहीं है, उन्हें परीक्षा ड्यूटी से बाहर रखा जाएगा। इस आदेश के बाद प्रधानाचार्य अपने स्कूल के सभी शिक्षकों का विवरण सही ढंग से दर्ज करने में जुट गए हैं। सचिव ने स्पष्ट किया है कि आईडी पर विवरण नहीं होने पर कोई भी शिक्षक ड्यूटी में शामिल नहीं होगा।
केंद्र निर्धारण में प्रत्येक स्कूल की जानकारी जियोलोकेशन और आधारभूत सुविधाओं के भौतिक सत्यापन के बाद सुनिश्चित की जाएगी। स्कूलों से परीक्षा केंद्र की दूरी बढ़ा दी गई है ताकि छात्रों की सुविधा बनी रहे। प्रत्येक स्कूल की जानकारी परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। जिलाधिकारी की ओर से गठित समिति इस सत्यापन का निरीक्षण कर रही है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सभी स्कूलों और शिक्षकों से अपील की है कि वे निर्धारित समय पर सभी आवश्यक विवरण दर्ज कर दें और परीक्षा संचालन में सहयोग सुनिश्चित करें। इस व्यवस्था से परीक्षा केंद्रों का चयन निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से होगा, जिससे छात्रों और शिक्षक दोनों के लिए सुविधाजनक वातावरण तैयार होगा।