Tue, 11 Nov 2025 10:28:24 - By : Yash Agrawal
वाराणसी: दालमंडी इलाके में सोमवार को फिर तनावपूर्ण हालात बन गए जब प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने और मकानों को तोड़ने पहुंची। कार्रवाई का विरोध करते हुए स्थानीय कारोबारियों और मकान मालिकों ने ADM सिटी आलोक वर्मा से तीखी बहस की। इस दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि हाथापाई तक की नौबत आ गई। पुलिस ने एक युवक को मौके से हिरासत में लिया।
ADM सिटी आलोक वर्मा और ACP कैंट नितिन तनेजा के नेतृत्व में पहुंची टीम ने माइक से लोगों को चेतावनी दी कि सभी दुकानदार और परिवार तुरंत मकान खाली करें। जवाब में दुकानदारों ने साफ इंकार कर दिया। एक व्यापारी ने कहा कि उनके घर में बच्चों समेत 14 लोग रहते हैं और अगर मकान तोड़ा गया तो सभी की जान चली जाएगी। मौके पर नगर निगम, PWD, पुलिस और RAF के साथ बड़ी संख्या में अधिकारी और जवान मौजूद थे।
इससे पहले सुबह चंदौली से सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने दालमंडी के व्यापारियों से मिलने की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से निकलते ही रोक लिया। सांसद अपने समर्थकों के साथ टैगोर कॉलोनी में धरने पर बैठ गए और कहा कि सरकार गरीबों और छोटे व्यापारियों का जीवन उजाड़ रही है। बाद में ADM सिटी आलोक वर्मा, DCP वरुणा जोन प्रमोद कुमार और ACP कैंट नितिन तनेजा ने मौके पर पहुंचकर बातचीत के बाद धरना समाप्त कराया।
रविवार को प्रशासन ने दालमंडी में एक दुकान के ऊपर बने दो फ्लोर को गिराया था। शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक 8 मजदूरों ने हथौड़ों से चार घंटे तक काम किया। अब तक 187 मकानों को चिह्नित किया गया है जिन्हें हटाया जाना है। इन मकान मालिकों को लगभग 191 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इनमें से 14 लोगों ने मुआवजा स्वीकार कर लिखित सहमति दी है और उन्हीं के मकानों को प्राथमिकता से तोड़ा जा रहा है। अब तक दो मकानों को गिराया जा चुका है।
दालमंडी का यह इलाका ऐतिहासिक रूप से भी खास माना जाता है। अंग्रेजी शासन के समय इसे “डॉलमंडी” कहा जाता था। यहीं से बॉलीवुड अभिनेत्री नरगिस की मां और अभिनेता संजय दत्त की नानी जद्दनबाई का संबंध रहा है। बनारस घराने के प्रसिद्ध तबलावादक लच्छू महाराज का भी इस इलाके से गहरा जुड़ाव था।