Wed, 12 Nov 2025 12:17:30 - By : Palak Yadav
नई दिल्ली में हुए भीषण ब्लास्ट ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। इस हादसे की खबर ने काशी नगरी को भी झकझोर दिया। विश्वप्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर सोमवार की शाम मां गंगा की नियमित आरती के अवसर पर श्रद्धालुओं और अर्चकों ने विस्फोट में मारे गए लोगों के लिए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि नियमित आरती से पहले घाट पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीपदान और पूजा-अर्चना के साथ हुई, और विस्फोट में शहीद हुए लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
इस दौरान घाट पर मौजूद हजारों भक्त, पर्यटक और स्थानीय नागरिक मौन रहकर प्रार्थना करते रहे। उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और इस दुखद घटना के जल्द समाधान की कामना की। कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि यह मौन केवल एक प्रतीकात्मक श्रद्धांजलि नहीं था, बल्कि पूरे देश में आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ एक संदेश देने का भी प्रयास था।
घाट पर उपस्थित अर्चकों ने शांति पाठ का भी आयोजन किया। उन्होंने गंगा के पवित्र जल में दीपदान करते हुए विस्फोट में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। घाट पर लगे फ्लैक्स और बैनरों में भी शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गई थी, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
विशेषज्ञों का मानना है कि काशी में यह श्रद्धांजलि कार्यक्रम न केवल शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त करने का माध्यम है, बल्कि यह समाज में शांति और भाईचारे का संदेश भी प्रसारित करता है। घटना ने देश के विभिन्न हिस्सों में शोक और संवेदनशीलता की लहर दौड़ा दी है, और इस तरह के कार्यक्रम लोगों को एकजुट होने का अवसर देते हैं।
इस अवसर पर घाट पर उपस्थित लोगों ने देश में शांति, सामूहिक सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने की भी अपील की। कार्यक्रम के समापन पर सभी श्रद्धालुओं ने गंगा के पवित्र जल में दीप छोड़कर अपने श्रद्धा संदेश को अंतिम रूप दिया।