वाराणसी में 12 नवंबर को रबी उत्पादकता गोष्ठी, कृषि तकनीकों पर होगी चर्चा

वाराणसी में 12 नवंबर को रबी उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन, किसान नई कृषि तकनीकों से होंगे अवगत, उपज बढ़ाने पर जोर।

Tue, 11 Nov 2025 14:00:36 - By : Tanishka upadhyay

वाराणसी के पद्म विभूषण गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल चौकाघाट में बुधवार, 12 नवंबर को मंडलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी 2025 का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम सुबह 10.30 बजे से शुरू होगा। इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य रबी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के उपायों पर चर्चा करना और किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत कराना है। रबी अभियान 2025 को सफल बनाने के लिए शासन के निर्देशों के अनुरूप इस गोष्ठी का आयोजन वाराणसी और विन्ध्याचल मंडल की संयुक्त पहल पर किया जा रहा है।

मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने बताया कि इस गोष्ठी में प्रदेश, मंडल और जनपद स्तर के अधिकारियों के साथ कृषि वैज्ञानिक, विशेषज्ञ और दोनों मंडलों के प्रगतिशील किसान शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिसमें उन्हें कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारों और तकनीकी प्रगति की जानकारी प्राप्त होगी। इससे वे अपनी उपज बढ़ाने के साथ-साथ लागत कम करने के उपायों को भी अपना सकेंगे।

गोष्ठी के दौरान अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक फसल अवशेष प्रबंधन से जुड़ी तकनीकों पर विस्तृत जानकारी देंगे। वहीं भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक सब्जी उत्पादन की नई विधियों और उन्नत तकनीकों पर किसानों को मार्गदर्शन देंगे। इसके अतिरिक्त अन्य कृषि विशेषज्ञ भी मिट्टी स्वास्थ्य प्रबंधन, जल संरक्षण, जैविक खेती और कीट नियंत्रण जैसे विषयों पर अपने अनुभव साझा करेंगे।

कार्यक्रम में वाराणसी और विन्ध्याचल मंडल के प्रगतिशील किसान अपनी सफलता की कहानियां भी प्रस्तुत करेंगे, जिनसे अन्य किसानों को प्रेरणा मिलेगी। इन अनुभवों से यह समझने में मदद मिलेगी कि आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक विधियों के उपयोग से कैसे अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता हासिल की जा सकती है।

मंडलायुक्त ने किसानों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस गोष्ठी में भाग लें और कृषि से संबंधित नवीनतम जानकारियां प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा किसानों की आय बढ़ाने और खेती को अधिक टिकाऊ बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, और यह गोष्ठी उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस आयोजन में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान सहित कई संस्थानों के अधिकारी और वैज्ञानिक शामिल रहेंगे। उम्मीद है कि इस गोष्ठी से क्षेत्र के किसानों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होगा और वे रबी सीजन में बेहतर उत्पादन की दिशा में अग्रसर होंगे।

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