Sat, 27 Dec 2025 11:15:44 - By : Palak Yadav
वाराणसी में नव वर्ष से पहले ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ तेजी से बढ़ने लगी है। गुरुवार को हालात उस समय चुनौतीपूर्ण हो गए जब हजारों की संख्या में लोग गोदौलिया चौराहा और आसपास के क्षेत्रों में एक साथ पहुंच गए। सड़कों पर बढ़ती भीड़ के साथ ही गंगा घाटों पर भी भारी दबाव देखने को मिला। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी और देर शाम तक लगातार निगरानी रखी गई।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था शिवहरि मीणा के निर्देश पर 500 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। इसके बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका। गोदौलिया चौराहे पर एसीपी डॉ अतुल अंजान त्रिपाठी स्वयं पुलिस बल के साथ डटे रहे और लगातार ट्रैफिक व भीड़ प्रबंधन की निगरानी करते रहे। प्रशासन का कहना है कि सड़क पर मौजूद भीड़ के समान ही संख्या में लोग गंगा घाटों पर भी जुटे हुए थे जिससे सुरक्षा और यातायात दोनों मोर्चों पर अतिरिक्त दबाव बना।
अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने बताया कि सर्दियों की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं और स्कूल कॉलेज बंद होने के कारण काशी में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक को सुचारु बनाए रखने के लिए विशेष डायवर्जन प्लान लागू किया गया है। इसके तहत वालंटियर्स और ट्रैफिक मित्रों की तैनाती की गई है ताकि भीड़ के बीच यातायात व्यवस्था बनी रहे और किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली भीड़ को लेकर भी अलग रणनीति तैयार की गई है ताकि शहर के मुख्य मार्गों पर दबाव कम किया जा सके।
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के क्रम में दिन के समय नाविकों के साथ बैठक भी की गई। जल पुलिस ने साफ शब्दों में निर्देश दिया कि बिना लाइफ जैकेट के किसी भी यात्री को नाव पर सवार न किया जाए। गंगा घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर श्वान दस्ता भी अलर्ट मोड में भ्रमण करता रहा। पुलिस प्रशासन का कहना है कि नव वर्ष तक भीड़ में और वृद्धि की संभावना है और इसी कारण सुरक्षा व्यवस्था को लगातार और सुदृढ़ किया जा रहा है ताकि श्रद्धालु और पर्यटक सुरक्षित माहौल में काशी की यात्रा कर सकें।