बॉलीवुड: मुंबई की चकाचौंध भरी दुनिया में रोजाना हज़ारों चेहरे उभरते हैं, मगर कुछ चेहरे वक्त की धारा के विरुद्ध तैरकर न सिर्फ पहचान बनाते हैं, बल्कि चलन और परिभाषाओं को भी बदल देते हैं। उर्फी जावेद ऐसा ही एक नाम है, जिसने सिर्फ स्क्रीन पर नहीं, बल्कि सोच, समाज और स्त्री-अस्मिता के विमर्शों में भी अपनी गूंज छोड़ी है।
शुरुआती जीवन और शिक्षा
उर्फी जावेद का जन्म 15 अक्टूबर 1997 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ। वह एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार से आती हैं। उर्फी ने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, लखनऊ से स्कूली शिक्षा प्राप्त की, और फिर अमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया।
उनका बचपन उतना सरल नहीं था। पारिवारिक वातावरण में असमानता, कठोरता और पितृसत्ता की दीवारें थीं, जिन्हें उन्होंने बचपन से ही महसूस किया। उन्होंने कई बार इंटरव्यूज़ में बताया कि कैसे उन्होंने घरेलू हिंसा और सामाजिक बंदिशों को झेला, लेकिन अपने सपनों को नहीं मरने दिया।
करियर की शुरुआत
उर्फी ने अपने करियर की शुरुआत बतौर मॉडल की। 2016 में उन्होंने टीवी सीरियल "बड़े भैया की दुल्हनिया" से अभिनय की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद वह "चंद्र नंदिनी", "मेरी दुर्गा", "बेपनाह", "ये रिश्ता क्या कहलाता है", "कसौटी ज़िंदगी की 2" जैसे कई मशहूर धारावाहिकों में नजर आईं।
लेकिन असली पहचान उन्हें तब मिली जब वे 2021 में ‘बिग बॉस ओटीटी’ में नजर आईं। यहां से उन्हें एक नया मुकाम मिला।यह शो उनके व्यक्तित्व का खुला मंच बन गया। वहां उन्होंने खुद को न सिर्फ एक बोल्ड शख्सियत के रूप में प्रस्तुत किया, बल्कि पूरे देश को दिखाया कि असली ‘अटेंशन’ कैसे लिया जाता है।
फैशन का विद्रोह या व्यक्तित्व की आज़ादी?
उर्फी का नाम सुनते ही जिस चीज़ की चर्चा सबसे पहले होती है, वह है।उनका फैशन सेंस। लेकिन यह फैशन केवल दिखावा नहीं, बल्कि प्रतिरोध का एक ज़रिया बन चुका है।
कभी ब्लेड से बनी ड्रेस, तो कभी मोबाइल सिम से सजी पोशाक। कभी रैपिंग पेपर, तो कभी चेन से बनी स्कर्ट।ये सब मात्र डिजाइन नहीं, बल्कि एक बोलते हुए प्रश्न हैं समाज की मानसिकता पर:
“क्या हम अब भी महिलाओं को उनके कपड़ों से आंकते हैं?”
उर्फी ने ये कपड़े समाज को झकझोरने के लिए पहने, और हर बार वह बहस का केंद्र बन गईं। लेकिन उन्होंने एक पल के लिए भी अपने उसूलों से समझौता नहीं किया।
सोशल मीडिया: ट्रोल्स और फॉलोवर्स के बीच संतुलन
उर्फी की इंस्टाग्राम फॉलोइंग मिलियन के पार है, और हर वीडियो, हर फोटो के साथ वह वायरल होती हैं। एक तरफ उन्हें सराहा जाता है, तो दूसरी तरफ ट्रोलिंग का शिकार भी बनना पड़ता है।
लेकिन उनकी सबसे बड़ी ताकत यह है कि वे इन आलोचनाओं को गंभीरता से नहीं लेतीं। वह कहती हैं:
✅ “जो मुझे पसंद करता है, वो मेरे साथ है। जो नहीं करता, वह सिर्फ मुझे देख रहा है। इससे बड़ी जीत और क्या हो सकती है?”
नारीवाद और सामाजिक सोच में बदलाव
उर्फी ने कभी मंच पर स्त्री-अधिकारों पर भाषण नहीं दिया, लेकिन उनके कपड़े, उनका आत्मविश्वास और उनकी आज़ादी।अपने आप में एक नारीवादी घोषणापत्र बन चुके हैं। उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय के समर्थन, महिलाओं के पहनावे की आज़ादी और बॉडी पॉज़िटिविटी जैसे मुद्दों पर खुलकर बात की।
उनकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि वे खुद की सबसे बड़ी आलोचक और समर्थक दोनों हैं।
परिवार और निजी ज़िंदगी
हालांकि उर्फी अपने पारिवारिक जीवन के बारे में बहुत कुछ सार्वजनिक नहीं करतीं, पर उन्होंने कई बार यह स्पष्ट किया है कि उन्होंने अपनी पहचान अपने दम पर बनाई है। उनका अपने पिता से संबंध कटु रहा, और वे कम उम्र में ही स्वतंत्र जीवन जीने के लिए घर से बाहर आ गई थीं।
फिल्मों में भविष्य
हालांकि उर्फी अभी तक मुख्यधारा की बॉलीवुड फिल्मों में नज़र नहीं आई हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता और प्रभाव को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि वह जल्द ही किसी बड़े प्रोजेक्ट में दिख सकती हैं।
उनकी वेब सीरीज़, म्यूजिक वीडियो और सोशल मीडिया उपस्थिति ने उन्हें इतना बड़ा ब्रांड बना दिया है कि कई निर्माता अब उन्हें बतौर फेस चुनने लगे हैं।
पुरस्कार और सराहना
✅2022 में 'Most Searched Fashion Influencer'.
✅2023 में टाइम्स फैशन आइकन अवॉर्ड.
✅कई फैशन मैगज़ीन के कवर पेज पर जगह.
उर्फी जावेद: एक नाम, जो सिर्फ पहचान नहीं, एक आंदोलन है
जब इतिहास स्त्री के आत्मनिर्णय और आज़ादी की बात करेगा, तब उर्फी जावेद का नाम एक ऐसे व्यक्तित्व के रूप में लिखा जाएगा जिसने खुद की सीमाएँ नहीं मानी, बल्कि समाज को उसकी सीमाओं का अहसास कराया।
उर्फी की सोच की गहराई, कुछ यादगार कथन
✅“मैं कपड़ों से नहीं, आत्मा से इंसान हूं।”
✅“मेरे लिए हर कपड़ा एक क्रांति है।”
✅“अगर मैं डर गई, तो बाकी लड़कियों को कौन हिम्मत देगा?”
उर्फी जावेद की कहानी सिर्फ एक लड़की की कहानी नहीं है। यह कहानी है एक ऐसी आवाज़ की, जिसने भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाई। यह कहानी है आत्मसम्मान, स्वतंत्रता और बदलाव की।
जब हम उर्फी को उनके पहनावे के लिए जज करते हैं, तो दरअसल हम अपने सोचने के दायरे को सीमित कर रहे होते हैं। क्योंकि उर्फी सिर्फ ट्रेंड नहीं, एक टेस्ट है। समाज की सहिष्णुता का, उसकी सोच की परिपक्वता का।
उर्फी जावेद: लखनऊ से मुंबई तक का सफर, विवादों से आगे फैशन की नई परिभाषा

लखनऊ में जन्मी उर्फी जावेद ने मुंबई में अपने फैशन सेंस से तहलका मचा दिया है, वह टीवी धारावाहिकों से लेकर सोशल मीडिया तक, अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं।
LATEST NEWS
-
उर्फी जावेद: लखनऊ से मुंबई तक का सफर, विवादों से आगे फैशन की नई परिभाषा
लखनऊ में जन्मी उर्फी जावेद ने मुंबई में अपने फैशन सेंस से तहलका मचा दिया है, वह टीवी धारावाहिकों से लेकर सोशल मीडिया तक, अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 09 Jul 2025, 11:13 PM
-
लखनऊ: इंदिरा नगर में AC सर्विस के बहाने घर में घुसकर महिला पर जानलेवा हमला व लूटपाट
लखनऊ के इंदिरा नगर में दो अज्ञात बदमाशों ने AC सर्विस के बहाने एक घर में घुसकर लूटपाट की और महिला पर जानलेवा हमला किया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई है.
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 09 Jul 2025, 11:08 PM
-
वाराणसी: रामनगर/पुलिस मुठभेड़ में अंतरराज्यीय गौ तस्कर मोहम्मद लादेन गिरफ्तार
रामनगर में पुलिस ने अंतरराज्यीय तस्कर मोहम्मद लादेन को मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार किया, लादेन 26 जून 2025 को भंडाफोड़ किए गए तस्करी गिरोह का सक्रिय सदस्य है.
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 09 Jul 2025, 09:41 PM
-
वाराणसी: माँ के आंचल सी छांव, रामनगर में वृक्षारोपण को मिली नई पहचान
रामनगर में 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के तहत लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय में भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने वृक्षारोपण किया, यह कार्यक्रम पीएम मोदी के आह्वान पर किया गया।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 09 Jul 2025, 05:27 PM
-
गाजीपुर : जंगीपुर पुलिस मुठभेड़ में दो कुख्यात लुटेरे गिरफ्तार, एक फरार की तलाशी जारी
गाजीपुर के जंगीपुर में पुलिस ने मुठभेड़ में दो कुख्यात लुटेरों को गिरफ्तार किया, जो गोली लगने से घायल हो गए, जबकि एक आरोपी फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 09 Jul 2025, 04:57 PM
-
मेरठ: केंद्रीय मंत्री की मैंगो पार्टी में कार्यकर्ताओं ने मचाई लूट, वीडियो हुआ वायरल
मेरठ में केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी के सम्मान में आयोजित मैंगो पार्टी में रालोद कार्यकर्ताओं ने आमों की लूट मचाई, जिससे कार्यक्रम की गरिमा भंग हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 09 Jul 2025, 04:52 PM
-
यूएई का गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम, निवेशकों, उद्यमियों और पेशेवरों के लिए सुनहरा अवसर
यूएई ने अपने गोल्डन वीज़ा नियमों में बदलाव करते हुए निवेशकों, उद्यमियों, वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, एथलीटों और छात्रों को बिना प्रायोजक के 5 से 10 वर्षों तक निवास करने की अनुमति दी है।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 09 Jul 2025, 04:48 PM